हटा के रामगोपाल जी वार्ड निवासी अजय दीक्षित ने बताया कि उन्हें एक कॉल आया। जिसमें ठग ने बताया कि आपकी पत्नी के नाम पर सबसे पहला पीएम आवास स्वीकृत हुआ है, जिसकी किश्त खाते में जारी होनी है। इसके रजिस्ट्रेशन के नाम पर ठगी का प्रया किया गया।
दमोह जिले के हटा में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के नाम पर ठगी की कोशिश करने का मामला सामने आया है। आवास की किश्त डालने के पहले ठग ने 1100 रुपए पीड़ित से मांग लिए। शक होने पर पीड़ित ने अन्य जानकारी मांगी तो ठग ने फोन काट दिया।
हटा के रामगोपाल जी वार्ड निवासी अजय दीक्षित को एक फोन आया। जिसमें ठग ने बताया कि आपकी पत्नी प्रिया दीक्षित के नाम पर सबसे पहला पीएम आवास स्वीकृत हुआ है, जिसकी किश्त खाते में जारी होनी है, इसलिए उनसे बात करनी है। पति ने कहा कि वह काम कर रही है तो ठग ने कहा कि बहन के लिए खुशखबरी आई है, अब उन्हें पीएम आवास की चार किस्तें प्राप्त होनी है।
62500 रुपए की चार किस्तें, उसी खाते में आएगी जिसमें लाड़ली बहना योजना की राशि आती है। इसलिए, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के लिए 1100 रुपए जमा करना है। जिसके बाद शातिर ठग ने एक नंबर दिया और कहा जिले में सिर्फ आपका नंबर आया है। इसके बाद अजय ने कहा कि हम नगरपालिका से जानकारी लेते हैं तो उसने कहा कि मैं नगरपालिका से ही बोल रहा हूं। अजय ने नगरपालिका के सीएमओ का नाम पूछा तो ठग फोन काट दिया।
बता दें कि मोबाइल नंबर के आधार पर फ्रॉड करने के नए, नए मामले सामने आ रहे हैं। इसके बाबजूद भी फ्रॉड करने वालों पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। हालांकि, इस मामले में पीड़ित ने शिकायत दर्ज नहीं कराई है। उन्होंने ठग की बात रिकॉर्ड की है।
लाडली बहना की मोबाइल नंबर सहित सूची सार्वजनिक कैसे हुई जब इस बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि विधानसभा, लोकसभा चुनावों के प्रचार के दौरान नेताओ ने यह सूची प्राप्त कर इन लाडली बहनों से संपर्क कर राशि मिलने की जानकारी ली थी, उसी सूची के आधार पर ही संभवतः साइबर अपराधी महिलाओं से संपर्क कर उन्हें लूटने की योजना पर कार्य करने में लग गए हैं।