आगरा में ताजमहल के अति सुरक्षित यलो जोन स्थित नगला पैमा में रविवार को धार्मिक स्थल में महिला की पत्थर से सिर कुचलकर हत्या कर दी गई। शव अर्द्ध नग्न हालत में मिला। इससे दुष्कर्म की आशंका है। दोपहर में एक नमाजी के आने पर घटना का पता चला। मृतका के सिर पर भारी पत्थर पड़ा था।
धार्मिक स्थल के कमरे में हत्या के बाद ताला लगाया गया था। जानकारी के अनुसार, महिला पति से अलग होकर कई साल से ताजगंज इलाके में मायके में रह रही थी। एक धर्मस्थल में सफाई का काम करती थी। वारदात को किसने और कब अंजाम दिया, इसकी पड़ताल में पुलिस की चार टीमों को लगाया गया है। पुलिस को धार्मिक स्थल में आने वाले किसी व्यक्ति पर ही हत्या का शक है।
ताजमहल के पूर्वी गेट से दशहरा घाट जाने वाले रास्ते पर अति सुरक्षित जोन के पुलिस बैरियर से 100 मीटर की दूरी पर काफी पुराना धार्मिक स्थल है। संजय कॉलोनी निवासी अली मोहम्मद इसकी देखरेख करते हैं। रविवार दोपहर 1:30 बजे अहमद बुखारी के रहने वाले आसिफ धार्मिक स्थल पहुंचे थे।
उन्होंने पुलिस को बताया कि धार्मिक स्थल का लोहे का मुख्य दरवाजा अंदर से बंद था। उन्हें लगा कि कोई पहले आ गया है। उन्होंने दरवाजा खुलवाने के लिए आवाज दी। मगर, कोई जवाब नहीं मिला। गेट के बगल से झांककर देखा तो अंदर कमरे में पंखे चलते दिखे। वह दीवार फांदकर अंदर गए।
कमरे के गेट पर ताला लगा था। उन्होंने दरवाजे के बगल की खिड़की से देखा तो शव पड़ा था। उसके सिर पर पत्थर पड़ा था। कमरे में खून ही खून नजर आया। यह देखकर वो घबरा गए। शोर मचाते हुए बाहर आए। पास में ही विष्णु की परचून की दुकान है। उन्हें बताया। बैरियर पर जाकर पुलिस को जानकारी दी।
कई साल पहले हुई थी पति से अलग
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। कमरे में युवती का पर्स मिला। इसमें एक युवक का फोटो था। इसके अलावा कुछ रुपये भी थे। युवक बिल्लोचपुरा, ताजगंज का रहने वाला निकला। इस पर पुलिस उसके घर पहुंच गई। इससे मृतका की पहचान हो गई।
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि मृतका ताजगंज क्षेत्र की रहने वाली है। वह पति से अलग होकर बेटी के साथ कई साल से मायके में रह रही थीं। बेटी 16 साल की है। महिला घटनास्थल के पास ही एक धर्मस्थल में सफाई का काम करती थी। सुबह घर से काम के लिए निकलती और शाम को लौटती थी।
परिजन से पूछताछ की गई है। फील्ड यूनिट और डाग स्क्वायड को मौके पर बुलाया था। घटना के खुलासे के लिए चार टीम को लगाया है। क्षेत्र में लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। नमाज के लिए आने वालों से भी पूछताछ की गई है।
धर्मस्थल में रखकर जाते थे चाबी
धर्मस्थल के इमाम अली मोहम्मद ने बताया कि वह अमूमन मुख्य दरवाजे पर बाहर से कुंडी लगाकर जाते हैं। अंदर कमरे का ताला लगाने के बाद चाबी एक खिड़की पर रखकर जाते हैं, जिससे कोई आए तो अंदर चला जाए। पुलिस ने हत्या के बाद जांच की। चाबी खिड़की पर ही रखी मिली। धर्मस्थल के पास ही दूसरा धर्मस्थल भी बना हुआ है।
4 घंटे बाद पता चला
पुलिस का कहना है कि मृतका का शरीर अकड़ गया था। फर्श पर पड़ा खून भी सूख चुका था। 1:30 बजे आसिफ आए थे। महिला जिस धर्मस्थल पर काम करती थी उससे सुबह 9:30 बजे निकली थी। ऐसे में आशंका है कि हत्या शव मिलने से 4 घंटे पहले की गई होगी।
ये हैं सवाल
– महिला की हत्या किसने और क्यों की
– महिला धर्मस्थल के अंदर कैसे पहुंच गई
– हत्यारोपी को धर्मस्थल की कैसे थी जानकारी
– परिवार के लोगों ने किसी का नाम नहीं बताया, क्या महिला जानती थी
– आरोपी हत्या के बाद किस रास्ते से भागा।
– 100 मीटर की दूरी पर पुलिस का बैरियर भी है। कैमरे भी लगे हैं। पुलिसकर्मियों ने हत्यारोपी को देखा या नहीं
– सीसीटीवी फुटेज में आने वाला कौन है
– महिला ने ताबीज बनवाने के लिए युवक का फोटो लिया था। ताबीज किससे बनवाती थी
– धर्मस्थल के बगल मजार परिसर में कई पत्थर पड़े थे, आशंका है यहीं से पत्थर लाकर हत्या की गई।
सोशल मीडिया पर भी प्रतिक्रिया
धर्मस्थल में हत्या की घटना के बाद कई संगठन के लोगों ने भी सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया। धर्मस्थल के अंदर महिला की हत्या पर सवाल उठाए। इस पर पुलिस से जांच की मांग की है।