दिल्ली : कल होने वाले एमसीडी स्थायी समिति सदस्य के उपचुनाव की तैयारी पूरी

एमसीडी ने बृहस्पतिवार को सदन की बैठक में स्थायी समिति के एक सदस्य के लिए उपचुनाव करवाने की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। एमसीडी ने मतदान प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। अधिकारियों व कर्मचारियों की टीमें भी गठित कर दी हैं। सदन के अंदर मतदान के लिए दो बूथ बनाए गए है। बैलेट पेपर भी छपवाने का कार्य पूरा कर लिया गया है। मतगणना के लिए भारत निर्वाचन आयोग से अधिकारियों को भी बुलाया गया है। 

राज्यसभा के सदस्यों की तरह सदन में स्थायी समिति के सदस्यों का चुनाव होता है। एमसीडी ने स्थायी समिति के एक सदस्य के उपचुनाव के संबंध में पार्षदों के लिए विशेष गाइडलाइन जारी की है। इस गाइडलाइन में स्पष्ट किया गया है कि वह अपना पहचान पत्र लेकर आए। साथ ही मतदान के दौरान अपने साथ बूथ में मोबाइल फोन नहीं ले जा सकेंगे।

यह निर्णय इस उद्देश्य से लिया गया है कि मतदान प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या प्रभाव डालने की कोशिश को रोका जा सके। पार्षदों को अपने मताधिकार का प्रयोग स्वतंत्र रूप से करने का अवसर प्रदान करने के लिए यह कदम उठाया गया है। यह उपचुनाव भाजपा सदस्य कमलजीत सहरावत के उत्तर पश्चिम दिल्ली क्षेत्र से सांसद चुने जाने के बाद पार्षद पद से त्याग पत्र देने के कारण होे रहा है।

इसलिए महत्वपूर्ण है यह चुनाव
स्थाई समिति का महत्व स्थानीय प्रशासन में अत्यधिक होता है, क्योंकि यह समिति विभिन्न विकासात्मक योजनाओं और बजट संबंधी मामलों पर निर्णय लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उपचुनाव का परिणाम एमसीडी में भाजपा व आम आदमी पार्टी का भविष्य तय करेगा। स्थायी समिति के 18 सदस्यों में भाजपा के नौ और आम आदमी पार्टी के आठ सदस्य है।

उपचुनाव में भाजपा के जीतने पर स्थायी समिति में उसका बहुमत हो जाएगा और उसका अध्यक्ष चुना जाना तय होगा। जबकि आम आदमी पार्टी की जीत होने पर स्थायी समिति में उसकी स्थिति भाजपा के बराबर हो जाएगी और समिति के अध्यक्ष का फैसला ड्रा से होगा। एमसीडी सदन में आम आदी पार्टी के 127 सदस्य है और उसे एक निर्दलीय पार्षद का भी समर्थन प्राप्त है। जबकि भाजपा के 112 सदस्य है। वहीं, कांग्रेस के नौ पार्षद है।

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