अयोध्या: प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए राममंदिर ट्रस्ट ने खोल दिया था खजाना

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा नए मंदिर में 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुत भव्य समारोह के बीच की थी। देश के इस सबसे बड़े समारोह में देश-विदेश के करीब आठ हजार मेहमान शामिल हुए थे। इसमें कई अनुष्ठान सहित अन्य कार्यक्रम हुए थे। इस पूरे प्राण प्रतिष्ठा समारोह को ऐतिहासिक बनाने के लिए राममंदिर ट्रस्ट ने 113 करोड़ खर्च किए थे। बृहस्पतिवार को हुई राममंदिर ट्रस्ट की बैठक में बीते वित्तीय वर्ष के आय-व्यय का लेखा-जोखा सभी ट्रस्टियों के समक्ष रखा गया। इसमें प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हुए खर्च की भी जानकारी दी गई।

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां दिसंबर 2023 से ही शुरू कर दी गई थीं। प्राण प्रतिष्ठा समारोह का अनुष्ठान 16 जनवरी से ही शुरू हुआ था। इसमें नेपाल व अमेरिका सहित वाराणसी के 100 से अधिक वैदिक आचार्य शामिल थे। इस अनुष्ठान में एक करोड़ से अधिक खर्च हुए हैं। इसके अलावा देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ट्रस्ट की ओर से बाग बिजेसी, मणिरामदास की छावनी व कारसेवक पुरम में टेंट सिटी का निर्माण कराया गया था। टेंट सिटी के निर्माण में सबसे ज्यादा 35.97 करोड़ का खर्च दिखाया गया है। इसके अलावा राममंदिर ट्रस्ट की ओर से भक्तों के लिए निशुल्क भोजन प्रसाद की भी व्यवस्था की गई थी। अन्न क्षेत्र में ट्रस्ट ने पांच करोड़ रुपये से अधिक का खर्च किया है। अन्न क्षेत्र में रोजाना पांच हजार से अधिक श्रद्धालु भोजन करते थे।

प्राण प्रतिष्ठा के बाद ट्रस्ट ने राममंदिर में राग सेवा शुरू की थी। 60 दिनों तक चली राग सेवा में देश के विभिन्न विधाओं के प्रख्यात कलाकारों का समागम हुआ था। कई नामी कलाकारों ने रामलला के दरबार में राग सेवा की थी। इस कार्यक्रम में 93 लाख का खर्च हुआ है। इसके अलावा प्राण प्रतिष्ठा से पहले अक्षत पूजन कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी। इसके तहत घर-घर पूजित अक्षत का वितरण कराया गया था और ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं से अपील की थी कि अपने घर, गांव, मोहल्ले व नगर में प्राण प्रतिष्ठा के दिन अनुष्ठान करें। इस योजना में भी 30 करोड़ से अधिक का खर्च होने की जानकारी ट्रस्टियों को दी गई है।

प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हुए खर्च का हिसाब
शेड व टेंट सिटी- 35.97 करोड़ रुपये
अक्षत पूजन कार्यक्रम – 30.85 करोड़
विज्ञापन – 21.77 करोड़
डेकोरेशन लाइटिंग – 14.62 करोड़
अन्न क्षेत्र – 5.11 करोड़
पूजन-अनुष्ठान- 1.06 करोड़
राग सेवा- 93 लाख
साउंड व्यवस्था – 68 लाख
बिजली व्यवस्था – 43 लाख
मंडल पूजन – 43 लाख
अन्य तैयारियों पर – 51 लाख

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