उत्तराखंड में भारी बारिश-भूस्खलन ने तबाही मचाई हुई है। टिहरी घनसाली में मां-बेटी की मौत हो गई। तो वहीं केदारनाथ यात्रा मार्ग पर पहाड़ी से भूस्खलन की बेहद डरावनी तस्वीर सामने आई। नदियों के रौद्र रूप में कई मकान, भवन समा गए।
रुद्रप्रयाग जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि केदारनाथ यात्रा मार्ग सोनप्रयाग शटल पार्किंग के ऊपर से चट्टान गिरने की सूचना मिली। कोई भी जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। पहले से ही सभी यात्रियों को सतर्क कर दिया गया था। यात्रियों की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए यात्रा कुछ समय के लिए बाधित है।
केदारनाथ यात्रा मार्ग पर हुए भारी भूस्खलन से यहां लोगों में दहशत है।
गंगोत्री में भागीरथी शिला के पास भागीरथी का जलस्तर पहुंच गया।
गंगोत्री धाम पर भागीरथी नदी का जल स्तर बढ़ने से नदी के तेज बहाव में शिवानन्द कुटीर आश्रम का गेट बह गया। इसके साथ ही सुरक्षा दीवार भी टूटने से आश्रम में पानी घुस गया।
साधु संत और मजदूर आश्रम की यहां जान पर बन पाई। पुलिस व एसडीआरएफ जवानों द्वारा आश्रम के पीछे पहाड़ी से आश्रम में घुस कर दस साधु संतों व मजदूरो को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान गंगोत्री मन्दिर प्रांगण में पहुंचाया गया।