स्कॉटलैंड के ओर्कनेय द्वीपसमूह में गुरुवार को बड़ी संख्या में पायलट व्हेल के फंसे होने के बाद उनकी मौत होने की खबर सामने आई है। ब्रिटिश डाइवर्स मरीन लाइफ रेस्क्यू (बीडीएमएलआर) के कार्यकर्ताओं ने वहां बचाव अभियान चलाया, इससे पहले काफी व्हेल मर चुकी थीं और पानी में बह गईं थी।
द्वीप काफी उबड़-खाबड़
ब्रिटिश समुद्री जीवन बचाव चैरिटी ने कहा कि गुरुवार को स्कॉटलैंड के ओर्कनेय द्वीप में सामूहिक रूप से सैकड़ों व्हेल किनारे पर फंसी मिली। दरअसल, यह द्वीप काफी उबड़-खाबड़ है। यहां अक्सर ऐसी खबरें आतीं हैं। हाल के दिनों में ब्रिटेन में सबसे बड़े सामूहिक रूप से फंसीं व्हेलों में से एक है।
डॉक्टर टीम मौके पर पहुंची
ब्रिटिश डाइवर्स मरीन लाइफ रेस्क्यू ने कहा कि ओर्कनेय द्वीपसमूह में स्कॉटिश द्वीप सैंडे के एक समुद्र तट पर डॉक्टरों को भेजा था। आगे बयान में कहा कि पहुंचने पर, डॉक्टरों ने पाया कि समुद्र तट के ऊपर लगभग 77 जानवर थे, जो पहले से ही कई घंटों से फंसे हुए थे। दुख की बात है कि उनमें से केवल 12 ही जीवित थे।
पायलट व्हेल कई कारणों से किनारे पर फंस सकती हैं, जैसे कि जब वे अपना रास्ता भूल जाती हैं या ज्वार में फंस जाती हैं, लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि इस घटना के पीछे कोई एक निश्चित कारण नहीं है। विशेषज्ञों के अनुसार, पायलट व्हेलों को मजबूत सामाजिक बंधनों के लिए जाना जाता है, जिसका अर्थ है कि जब उनके पॉड सदस्यों में से एक मुश्किल में आ जाता है और फंस जाता है, तो बाकी भी उसका अनुसरण करते हैं और फंस जाते हैं।
पिछले साल भी हुई थी ऐसी घटना
लगभग एक साल पहले पायलट व्हेल से जुड़ी एक ऐसी ही घटना मुख्य भूमि के पश्चिम में स्थित एक अन्य स्कॉटिश द्वीप लुईस पर हुई थी, जब कम से कम 55 व्हेल मर गईं थीं। इस साल की शुरुआत में पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में भी बड़े पैमाने पर फंसे होने की घटना हुई थी।