ब्रिटेन की नई सरकार में भारतीय मूल की लिसा नंदी बनीं संस्कृति मंत्री

ब्रिटेन में किएर स्टार्मर के कैबिनेट में 25 मंत्रियों में रिकॉर्ड 11 महिलाएं हैं। इनमें भारतीय मूल की लिसा नंदी को संस्कृति मंत्री बनाया गया है। वह विगान से फिर से चुनकर आई हैं। 44 वर्षीय नंदी ने कहा कि ब्रिटेन के संस्कृति, मीडिया और खेल विभाग (डीसीएमएस) का प्रमुख बनना एक अविश्वसनीय विशेषाधिकार है।

प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर ने शनिवार को अपनी पहली कैबिनेट बैठक बुलाई। इसमें कई मुद्दों पर चर्चा हुई। पहली बैठक में ही लंबे समय से विवादित रही रवांडा योजना को सरकार ने रद कर दिया। स्टार्मर ने कहा कि रवांडा योजना खत्म और दफन हो गई। ब्रिटेन में अवैध रूप से आने वालों को रवांडा भेजना सुनक सरकार की प्रमुख योजना थी।

एंजेला रेनर को उप प्रधानमंत्री बनाया गया

नई सरकार में एंजेला रेनर को उप प्रधानमंत्री बनाया गया है। यह ब्रिटेन के इतिहास में दूसरी बार है, जब कोई महिला उप प्रधानमंत्री बनी है। राचेल रीव्स को देश की पहली महिला चांसलर ऑफ द एक्सचेकर बनाया गया है। यवेटे कूपर को गृह मंत्री, डेविड लेमी को विदेश मंत्री और जॉन हीली को रक्षा मंत्री बनाया गया है। अन्य नियुक्तियों में शबाना महमूद को न्याय मंत्री, वेस स्ट्रीटिंग को स्वास्थ्य मंत्री, ब्रिजेट फिलिप्सन को शिक्षा मंत्री और एड मिलिबैंड को ऊर्जा मंत्री नियुक्त किया गया है।

उत्तरी इंग्लैंड से सीट बचाने में कामयाब रहे पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक

ब्रिटेन में हुए आम चुनाव में लेबर पार्टी को बड़ी जीत मिली है। चुनाव के दौरान कंजर्वेटिव पार्टी के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक अपनी उत्तरी इंग्लैंड से सीट बचाने में कामयाब रहे। उन्होंने यार्कशायर में रिचमंड और नार्थहेलर्टन निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की है।

भारतीय मूल के 26 सांसदों को मिली जीत

ब्रिटेन में हुए चुनाव में भारतीय मूल के रिकॉर्ड 26 सांसदों को जीत मिली है। यह पांच साल पहले के 15 से अधिक है। सुनक के अलावा जीत हासिल करने वालों में 20 लेबर पार्टी से, जबकि पांच डेमोक्रेटिक पार्टी से संबंधित हैं।

चुने गए प्रमुख भारतवंशी

सीमा मल्होत्रा लेबर पार्टी से चुनाव लड़ी। चौथे कार्यकाल के लिए फेल्थम और हेस्टन निर्वाचन क्षेत्र को बरकरार रखा है। मल्होत्रा ने शेडो मंत्री की भूमिकाएं निभाई हैं। तनमनजीत सिंह धेसी ने लेबर पार्टी से जीत हासिल की है। हालांकि जीत का अंतर कम रहा। उन्होंने स्लोग निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। नवेंदु मिश्रा ने लेबर पार्टी की ओर से स्टॉकपोर्ट सीट पर जीत मिली। वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। स्टाकपोर्ट निर्वाचन क्षेत्र से लगातार दूसरी बार हाउस ऑफ कॉमन्स के लिए चुने गए हैं।

प्रीत कौर गिल ब्रिटेन की पहली महिला सिख सांसद

वहीं, प्रीत कौर गिल ने ब्रिटेन की पहली महिला सिख सांसद ने बर्मिंघम में कंजर्वेटिव अश्विर संघा को हराया। यह सीट 2017 से उनके पास है। गिल ने प्राथमिक देखभाल और सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए शोडो मंत्री के रूप में कार्य किया है। प्रीति पटेल गुजराती मूल की कंजर्वेटिव सांसद विथम एसेक्स से जीती हैं। पटेल ने अंतरराष्ट्रीय विकास राज्य सचिव सहित विभिन्न पदों पर कार्य किया है, 2010 से निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

कंजर्वेटिव नेता शिवानी राजा की जीत

कंजर्वेटिव नेता शिवानी राजा ने लेस्टर ईस्ट निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की है। यहां उनका मुकाबला अन्य भारतीय मूल के लेबर उम्मीदवार राजेश अग्रवाल के साथ था। पंजाबी पृष्ठभूमि के प्रमुख राजनेता गगन मोहिंदरा ने दक्षिण पश्चिम हर्टफोर्डशायर में जीत हासिल की है। 2004 में पैरिश काउंसलर के रूप में अपने प्रारंभिक चुनाव के बाद मोहिंदरा 2019 से कंजर्वेटिव सांसद रहे हैं। कंजर्वेटिव सांसद सुएला ब्रेवरमैन ने लगातार चौथी बार फारेहम और वाटरलूविले निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की।

ये भारतवंशी भी चुने गए

संसद के लिए चुने जाने वाले अन्य भारतीय मूल के सांसदों में जस अठवाल (इलफोर्ड साउथ), बग्गी शंकर (डर्बी साउथ), सतवीर कौर (साउथैम्पटन टेस्ट), हरप्रीत उप्पल (हडर्सफील्ड), वारिंदर जस (वाल्वरहैम्प्टन वेस्ट), गुरिंदर जोसन (स्मेथविक), कनिष्क नारायण (वेल आफ ग्लैमरगन), सोनिया कुमार (डुडले), सुरीना ब्रैकेनब्रिज (वाल्वरहैम्प्टन नार्थ ईस्ट), किरिथ एंटविस्टल (बोल्टन नार्थ ईस्ट), जीवुन संधेर (लोबोरो) और सोजन जोसेफ (एशफोर्ड) आदि शामिल हैं।

एआई उम्मीदवार को मात्र 179 वोट मिले

विश्व में पहली बार ब्रिटेन में हुए आम चुनाव में इस बार एक एआई उम्मीदवार भी शामिल था। एआई स्टीव को मात्र 179 वोट मिले। वह ब्राइटन पवेलियन निर्वाचन क्षेत्र से प्रत्याशी था।

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