म प्र विधानसभा के बजट सत्र के पांचवें दिन सदन में जल जीवन मिशन में हो रहे भारी भ्रष्टाचार का मुद्दा गूंजा। काँग्रेस के साथ बीजेपी विधायको ने भी इस मुद्दे पर सरकार को जमकर घेरा। बीजेपी विधायक प्रभुराम चौधरी ने कहा कि रायसेन जिले के 49 गांवों में नल तो लगे हैं लेकिन उनमें पानी नहीं आ रहा है। क्षेत्र की जनता एक – एक बूंद पानी को तरस रही है। इस पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि सभी शिकायतों को जाँच कराकर इनका निराकरण कराया जायेगा। विजयवर्गीय ने कहा आज ही सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए जाएंगे कि वे अधिकारियों के साथ बैठक कर गड़बड़ियों को दूर करें।
इस पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने पूरे प्रदेश में नल जल मिशन में भारी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। जिस पर कैलाश विजयवर्गीय ने आपत्ति जताते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष को प्रश्नकाल में इस तरह के बयान नही देने चाहिए, उनके बयान को विलोपित किया जाए।
जिस पर विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने टोका। अध्यक्ष ने कहा कि प्रश्नकाल के दौरान इस तरह की स्थिति नही बनना चाहिए। विपक्ष के साथी समय लेकर अपनी बात कहें। इस पर विपक्ष ने वॉक आउट कर जमकर नारेबाजी की। विपक्ष ने आरोप लगाया कि नल-जल मिशन में हो रहे घोटालों पर सरकार दोषी अधिकारियों को बचाने का प्रयास कर रही है।