मणिपुर की इंफाल घाटी में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ से तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि हजारों लोग प्रभावित हुए। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
बुधवार को सेनापति जिले के थोंगलांग रोड पर भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में 34 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि 83 वर्षीय एक महिला उफनती सेनापति नदी में डूब गई।
बिजली के खंभे से करंट लगने से एक व्यक्ति की मौत
उन्होंने बताया कि इंफाल में 75 वर्षीय एक व्यक्ति की बुधवार को बारिश के दौरान बिजली के खंभे के संपर्क में आने से करंट लगने से मौत हो गई।
अधिकारी ने आगे जानकारी इम्फाल नदी के उफनने से कई इलाके जलमग्न हो गए और इंफाल घाटी में सैकड़ों घरों में पानी घुस गया, जिसके परिणामस्वरूप लोगों ने पास के सामुदायिक भवनों में शरण ली।
उन्होंने बताया,”नंबुल नदी में उफान के कारण खुमान लैंपक, नगरम, सगोलबंद, उरीपोक, कीसमथोंग और पाओना क्षेत्रों सहित इंफाल पश्चिम जिले के कम से कम 86 इलाकों में बाढ़ की सूचना मिली है। लगातार बारिश के कारण, इम्फाल नदी का तट इंफाल पूर्वी जिले के केइरंग, खाबम और लैरीयेंगबाम लीकाई इलाकों के पास टूट गया है और कई इलाकों में पानी घुस गया है, जिससे सैकड़ों घर डूब गए हैं।”
कई हिस्सों में बाढ़ का पानी छाती के स्तर तक पहुंच गया
एक अधिकारी ने कहा, “इंफाल पूर्वी जिले के हिंगांग और खुरई विधानसभा क्षेत्रों के कई इलाके बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, कई हिस्सों में बाढ़ का पानी छाती के स्तर तक पहुंच गया है।” अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की एक टीम बचाव अभियान में जुटी है।
राज्य सरकार के अधिकारी बचाव कार्य में जुटे है: सीएम
बाढ़ पर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा, “कई क्षेत्रों में नदी के किनारों में दरार के कारण कई लोग और पशुधन प्रभावित हुए हैं। राज्य सरकार के अधिकारी, सुरक्षा और एनडीआरएफ कर्मी और स्थानीय स्वयंसेवकों सहित सभी संबंधित अधिकारी सहायता प्रदान करने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं।”
कई जगहें जलमग्न
अधिकारियों ने बताया कि इस बीच, इंफाल और सिलचर को जोड़ने वाला एनएच 37 पर इरंग बेली पुल नोनी जिले के ताओबाम गांव में ढह गया, जिससे सड़क संचार बाधित हो गया। इंफाल पूर्वी जिले के एसपी कार्यालय ने एक बयान में कहा, “पिछले कुछ दिनों के दौरान लगातार बारिश के कारण कई जगहें जलमग्न हो गई हैं। पुलिस विभाग अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर फंसे हुए लोगों को बचाने में मदद कर रहा है। जनता से अपील की जाती है कि वे बड़ी संख्या में बाहर आकर और जगह पर भीड़ लगाकर बचाव कार्यों में बाधा न डालें।’