राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक मार्च को बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में एक और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही इस मामले में पकड़ा जाने वाला यह पांचवां आरोपी है। एजेंसी ने एक बयान में कहा कर्नाटक के हुबली शहर के रहने वाले 35 साल के शोएब अहमद मिर्जा उर्फ छोटू को पहले लश्कर-ए-तैयबा के द्वारा आतंकी साजिश केस में दोषी ठहराया गया था।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक मार्च को बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में एक और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही इस मामले में पकड़ा जाने वाला यह पांचवां आरोपी है।
एजेंसी ने एक बयान में कहा, कर्नाटक के हुबली शहर के रहने वाले 35 साल के शोएब अहमद मिर्जा उर्फ छोटू को पहले लश्कर-ए-तैयबा के द्वारा आतंकी साजिश केस में दोषी ठहराया गया था।
आतंकी साजिश केस में पूर्व दोषी रहा है आरोपी
बयान में आगे कहा गया है, “रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामले में चार राज्यों में बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई, इसके तीन दिन बाद एनआईए ने शुक्रवार को एक और आरोपी को गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान लश्कर-ए-तैयबा द्वारा आतंकी साजिश केस में पूर्व दोषी के रूप में की गई है।”
जेल से छूटने के बाद नई साजिश में शामिल हुआ शोएब मिर्जा
एनआईए की जांच में सामने आया है कि शोएब अहमद मिर्जा जेल से छूटने के बाद इस नई साजिश (रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट) में शामिल हो गया था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने कहा कि साल 2018 में शोएब ने आरोपी अब्दुल मथीन ताहा से दोस्ती की और उसे विदेश में रहने वाले एक संदिग्ध ऑनलाइन हैंडलर से मिलवाया।
मिर्जा ने आतंकियों को ई-मेल आईडी बनाकर दी
एजेंसी ने आगे बयान में कहा है कि मिर्जा ने हैंडलर और अब्दुल मथीन ताहा के बीच एन्क्रिप्टेड संचार के लिए एक ई-मेल आईडी भी बनाकर दी, जिसे 12 अप्रैल को सह-आरोपी मुसाविर हुसैन शाजिब के साथ कोलकाता में उसके ठिकाने से गिरफ्तार किया गया था।
बता दें कि रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट की जांच के दौरान एनआईए ने पूरे देश में 29 स्थानों पर व्यापक तलाशी ली है।