एटा के अवागढ़ खंड विकास कार्यालय में तैनात बीडीओ पर हमला हुआ। रास्ते में उनकी गाड़ी बुलडोजर लगाकर रोक ली गई। इसके बाद जमकर मारपीट की। फायरिंग करते हुए आरोपी मौके से भाग निकले।
एटा के अवागढ़ थाना क्षेत्र में कार्यालय जाते समय बीडीओ की गाड़ी के आगे बुलडोजर लगाकर रोक लिया यगा। पांच-छह लोगों ने घेरकर लाठी-डंडों से पीटकर घायल कर दिया। जान से मारने की नीयत से फायरिंग भी की गई। बीडीओ ने थाने में अज्ञात लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई है। वहीं, बीडीओ पर हमले के विरोध में कार्यालय पर कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया।
बीडीओ मोहम्मद जाकिर सोमवार सुबह अपनी बुलेरो कार में एटा से अवागढ़ खंड विकास कार्यालय आ रहे थे। चालक अतुल यादव गाड़ी को चला रहा था। सुबह करीब 10 बजे किला बाईपास मार्ग स्थित सेंट पॉल्स स्कूल के पास जेसीबी से रास्ता रोककर उनकी गाड़ी को रुकवा लिया गया। तभी बाइकों पर सवार होकर आए पांच-छह लोगों ने गालीगलौज करते हुए बीडीओ को गाड़ी से बाहर निकाल लाठी-डंडों से हमला कर दिया।
जिससे उनके गंभीर चोटें आई हैं। जान से मारने की नीयत से तमंचे से फायर किया जिससे वह बाल-बाल बच गए। वहीं आरोपियों ने कार में तोड़-फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया। बाद में सूचना पर पहुंची पुलिस ने बीडीओ का चिकित्सकीय परीक्षण कराया। इसके बाद वह उपचार के लिए जिला मुख्यालय स्थित मेडिकल कॉलेज आए।
उधर, खंड विकास कार्यालय पर कर्मचारियों ने अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह के नेतृत्व में बैठक आयोजित कर बीडीओ पर हुए हमले की निंदा की। अध्यक्ष ने कहा कि जब अधिकारी ही सुरक्षित नहीं है तो ग्रामीण क्षेत्र में कार्य करने वाले कर्मचारी कैसे सुरक्षित होंगे। सभी में भय का वातावरण बना हुआ है।
एडीओ प्रदीप कुमार, विष्णु दत्त शर्मा, निहाल सिंह, रवि कुमार, नम्रता यादव, धीरज जैन आदि मौजूद थे। सीओ जलेसर कृष्ण मुरारी दोहरे ने बताया कि बीडीओ द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी गई है। शीघ्र ही घटना का खुलासा कर आरोपियों को जेल भेजा जाएगा।
रहस्य बनी हमले की घटना
हमले की घटना रहस्य बनी हुई है। पता ही नहीं लग रहा कि किन लोगों ने और क्यों इसको अंजाम दिया। बीडीओ का कहना है कि पहले से वह आरोपियों को नहीं जानते हैं। घटना के पीछे उनका क्या उद्देश्य रहा, कहा नहीं जा सकता। सामने आएंगे तो उनका पहचान जरूर लेंगे।