चमोली । चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है । केदाकनाथ में भक्तों की भीड़ लगने के बाद अब उन्हें बद्रीनाथ धाम में भगवान बदरी विशाल के भी दर्शन मिलेंगे । बद्रीनाथ धाम के कपाट आज से खुल गए हैं । वैदिक मंत्रोच्चार और श्री बद्री विशाल लाल की जय के जयकारों से बद्रीनाथ धाम गूंज उठा । इस दौरान 20 हजार से ज्यादा श्रद्धालु मौजूद रहे। मंदिर को करीब 20 क्विंटल फूलों से सजाया गया है…ब्रह्म मुहूर्त में गणेश पूजन के साथ कपाट खोलने की प्रक्रिया शुरू हुई । कपाट खुलने के साथ छह महीने पहले जलाई गई अखंड ज्योति के दर्शन श्रद्धालुओं को हुए । शीतकालीन प्रवास पर जाने से पहले बद्रीनाथ पर चढ़ा घी का कंबल हटाया गया। इसे कपाट बंद होने से पहले भगवान को चढ़ाया जाता है और ये छह महीने रहता है । कपाट खुलने के बाद इस कंबल को प्रसाद रूप में बांटे जाने की परंपरा है ।
सुबह 6 से 8 बजे तक भगवान के बिना श्रंगार के दर्शन होते हैं । इसे निर्वाण दर्शन कहते हैं। इसके बाद तकरीबन 8 बजे पहला जलाभिषेक किया गया । खास बात ये है कि यहां पहली पूजा प्रधानमंत्री के नाम से की गई। कपाट खुलने के बाद 9 बजे बालभोग लगाया जाता है ।दोपहर 12 बजे पूर्ण भोजन का भोग लगता है । ये ही भोग ब्रह्मकपाल भेजा जाता है, जहां पहला पिंडदान होता है । मंदिर के कपाट पिछले साल 14 नवंबर को बंद हुए थे।