चुनाव आयोग को जवाब देने के लिए भाजपा-कांग्रेस ने मांगा समय

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन के आरोप में दोनों दलों के पार्टी अध्यक्षों को दिए गए चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब देने के लिए दोनों दलों ने और समय मांगा है। एक प्रधानमंत्री के खिलाफ देश में पहली बार चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का संज्ञान लिया गया है।

 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन के आरोप में दोनों दलों के पार्टी अध्यक्षों को दिए गए चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब देने के लिए दोनों दलों ने और समय मांगा है। चुनाव आयोग से भाजपा ने एक हफ्ते से अधिक का समय और कांग्रेस ने 14 दिन से अधिक का समय मांगा है।

भाजपा और कांग्रेस ने EC से मांगा समय

सूत्रों ने सोमवार को बताया कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और कांग्रेस अध्यक्ष खरगे से गुरुवार को चुनाव आयोग ने नोटिस का जवाब सोमवार को सुबह 11 बजे तक देने को कहा था। चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार, जवाब देने के लिए भाजपा ने एक हफ्ते की छूट मांगी है, जबकि कांग्रेस ने पहले सोमवार को ही शाम पांच बजे तक का समय मांगा था, लेकिन बाद में उसने नोटिस का जवाब 14 दिनों के बाद देने को कहा है। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि चुनाव आयोग ने कांग्रेस और भाजपा की इस अपील को स्वीकार किया है या नहीं।

चुनाव आयोग ने जारी किया था नोटिस

एक प्रधानमंत्री के खिलाफ देश में पहली बार चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का संज्ञान लिया गया है। चुनाव आयोग ने गुरुवार को विपक्ष के आरोपों के आधार पर पीएम मोदी के खिलाफ उनके राजस्थान के बांसवाड़ा के भाषण के विरोध में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को नोटिस जारी किया था। चुनाव आयोग ने अलग से एक नोटिस खरगे को भी जारी किया है।

आयरलैंड राजदूत को पत्र मामले में कांग्रेस पहुंची चुनाव आयोग

कांग्रेस ने आयरलैंड में भारतीय राजदूत अखिलेश मिश्रा के आयरिश टाइम्स में प्रकाशित एक लेख को राजनीतिक प्रकृति का पाया है। इस लेख का शीर्षक था कि मोदी को मिल रही अपार लोकप्रियता। कांग्रेस ने इसी आधार पर उसने चुनाव आयोग में इसकी शिकायत की है।

कांग्रेस नेता जयराम रमेश का कहना है कि किसी राजनयिक को तटस्थ होकर काम करना चाहिए और सरकार की शान में कसीदे नहीं पढ़ने चाहिए। इसके अलावा, कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ भी यह कहते हुए शिकायत की है कि उन्होंने कांग्रेस के घोषणापत्र को लेकर झूठ बोला है। उन्होंने कहा कि योगी का कहना है कि कांग्रेस घोषणा पत्र में देश में शरिया कानून लागू करने की बात कही गई है।

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