सपा के पूर्व प्रत्याशी के साथ मुख्यमंत्री के सोशल मीडिया अकाउंट पर फोटो शेयर की गई है। भीम निषाद ने कहा कि सपा में हूं, टिकट न मिला तो बड़ा निर्णय लूंगा। भाजपा ने भीम निषाद को विधानसभा चुनाव लड़ाने का ऑफर दिया है।
समाजवादी पार्टी अपने फैसलों से सुल्तानपुर में एक बार फिर फंसती नजर आ रही है। पार्टी ने अपने जिस प्रत्याशी का टिकट काटकर रामभुआल को मैदान में उतारा है। उस भीम निषाद ने बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर सियासी हड़कंप मचा दिया। मुख्यमंत्री के सोशल मीडिया अकाउंट पर मुलाकात की फोटो शेयर होने के बाद से सपा में बेचैनी है।
समाजवादी पार्टी ने सुल्तानपुर सीट पर पहले भीम निषाद को प्रत्याशी घोषित किया था। बाद में पार्टी ने कुछ पूर्व विधायकों के दबाव में टिकट बदलकर गोरखपुर निवासी पूर्व मंत्री रामभुआल निषाद को प्रत्याशी बना दिया।
आठ महीने से जिले की खाक छान रहे भीम निषाद का खेमा नेतृत्व के इस निर्णय से सन्न रह गया। जिले के एकमात्र सपा विधायक ताहिर खान भी भीम निषाद की पैरवी में जुटे रहे। लेकिन नेतृत्व ने भीम निषाद को ऐसा कोई आश्वासन नहीं दिया है, जिससे कि वे संतुष्ट हो सकें।
ऐसे में अचानक भीम निषाद अंबेडकरनगर के सांसद रितेश पांडेय के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने पहुंच गए। मुख्यमंत्री के एकाउंट से शेयर मुलाकात की फोटो में हालांकि इसे अनौपचारिक भेंट बताया गया है।
भीम निषाद भी इसे शिष्टाचार भेंट बता रहे हैं, किंतु इस मुलाकात से साफ है कि सपा की राह बेहद कठिन हो गई है। टिकट न मिलने की सूरत में भीम निषाद बगावत भी कर सकते हैं।
टिकट न मिला तो निर्णय लूंगा : भीम
भीम निषाद ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके पुराने करीबी संबंध रहे हैं। इसलिए शिष्टाचारवश भेंट करने गए थे। फिलहाल वे समाजवादी पार्टी में पूरी निष्ठा से हैं और इंतजार कर रहे हैं कि पार्टी उन्हें ही टिकट देगी। यदि नेतृत्व ऐसा नहीं करता है तो निर्णय लेंगे।
विधानसभा टिकट का ऑफर
भीम निषाद से जुड़े सूत्रों के अनुसार भाजपा ने उन्हें विधानसभा में चुनाव लड़ाने का ऑफर भी दिया है। इस विषय में सांसद व प्रत्याशी मेनका गांधी से भी वार्ता हो चुकी है और मुख्यमंत्री ने भी इस पर सहमति जताई है।
भीम निषाद को यदि सपा टिकट नहीं देती है तो उनके पास अब विधानसभा चुनाव का विकल्प ही बचता है। ऐसे में अब वे शायद ही सपा के वादों पर यकीन करें। इसलिए काफी हद तक माना जा रहा है कि वे जल्द ही भगवा खेमे में नजर आएंगे।
…तो उल्टा पड़ जाएगा सपा का दांव
सुल्तानपुर सीट पर करीब दो लाख निषाद मतदाताओं को भाजपा के पाले से खींचकर अपने पाले में लाने के लिए ही सपा ने यहां निषाद प्रत्याशी उतारा था। भीम निषाद ने आठ महीने में समाज में घर-घर पैठ बनाई। ऐसे में यदि भीम निषाद कहीं भाजपा का प्रचार करने लगे तो इस सीट पर निषाद प्रत्याशी लड़ाने का सपा का दांव उल्टा भी पड़ सकता है।