भोपाल: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि यूपीएससी के लिए मध्यप्रदेश से चयनित होने वाले सफल विद्यार्थियों की संख्या बढ़ती जा रही है। एक समय था जब कोचिंग के लिए विद्यार्थी दिल्ली जाते थे। अब मध्यप्रदेश में किसी भी स्थान से कहीं से भी अपनी परीक्षा की तैयारी कर विद्यार्थी चयनित हो रहे हैं, जो पारदर्शिता का भी प्रतीक है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि चयनित विद्यार्थियों के जीवन में उत्कर्ष तो आ ही रहा है, उनके द्वारा शासन की व्यवस्थाओं में उच्च आदर्श, विनम्रता, साहस से कार्य कर राष्ट्र के लिए योगदान देना महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज हाल ही में संघ लोक सेवा आयोग के चयनित मध्यप्रदेश के विभिन्न स्थानों के विद्यार्थियों को सिविल सेवा दिवस के अवसर पर सम्मानित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यूपीएससी में चयनित सफल प्रतिभागियों और उनके परिजन को बधाई और मंगलकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सर्वप्रथम नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने आईपीएस परीक्षा में चयनित होकर चौथी रैंक प्राप्त की थी। लेकिन उन्होंने सेवा ज्वाइन नहीं की थी क्योंकि गुलामी का दौर था। भगवान राम के शासन में सुशासन की कल्पना की गई। सम्राट विक्रमादित्य ने भी शासन की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाया। नियमों का पालन करवाने के लिए उन्होंने जीवन जिया। सभी के जीवन में ऐसा अवसर आता है जब हम ऐसे आदर्शों को सामने रखकर कार्य करें। सरदार वल्लभ भाई पटेल ने वर्ष 1947 में सिविल सेवकों को मेटकाफ हाउस दिल्ली में संबोधित किया था। मुख्यमंत्री डॉ. मोहनयादव ने कहा कि आज अनेक ऐसे जनप्रतिनिधि देश के लिए महत्वपूर्ण सेवाएं दे रहे हैं, जो कभी प्रशासनिक सेवाओं में थे।