उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मेला नियंत्रण कक्ष, हरिद्वार में कांवड़ मेला-2024 की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कांवड़ मेला शुरू होने से पहले सभी तैयारियां पूर्ण कर ली जाए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कांवड़ के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो। स्थानीय लोगों को आवागमन में अनावश्यक परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि कांवड़ मेला हर वर्ष आयोजित होता है, इसके द्दष्टिगत स्थायी प्रकृति के कार्यों को प्राथमिकता दी जाए। दीर्घकालीन विकास की कार्य योजनाओं को कार्य संस्कृति में लाने के निर्देश दिए।
“चुनौतियों से निपटने के लिए पुलिस और प्रशासन रहे तैयार”
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिवभक्त कावड़ियों के स्वागत में हेली से पुष्प वर्षा की व्यवस्था की जाए। कावड़ यात्रा के दौरान आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए पुलिस और प्रशासन तैयार रहे। उन्होंने ने कहा कि कावड़ यात्रा में संपूर्ण मार्ग पर पुलिस बलों की तैनाती के साथ विभिन्न स्थानों पर अस्थाई पुलिस चौकी का निर्माण कार्य भी कराया जाए एवं अतिरिक्त पुलिस फोर्स की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। अत्यधिक भीड़-भाड़ वाले इलाकों में ड्रोन एवं सीसीटीवी कैमरों से भी नियमित निगरानी रखे जाने के निर्देश भी उन्होंने दिए। बाईपास और वैकल्पिक मार्गों की जानकारी साइन बोडर् के माध्यम से कावड़ियों को दी जाए। उन्होंने कांवड़ को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए निरन्तर पड़ोसी राज्यों से भी समन्वय स्थापित कर कार्य करने के निर्देश दिए।
“मेला क्षेत्र में किसी तरह का अतिक्रमण न हो”
धामी ने निर्देश दिए कि कांवड़ यात्रा से पहले कांवड़ पटरी के सौंदर्यीकरण एवं अन्य मूलभूत व्यवस्थाएं सुनिश्चित करवाई जाए। यात्रा मार्ग पर शौचालय, स्नान घर, स्वच्छ पेयजल, यात्री शेड, लाईट, मेडिकल सुविधा की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। कांवड़ियों की यात्रा और सुगम, सरल हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। यात्रा मार्ग एवं हरिद्वार क्षेत्र में स्थित होटलों ढाबों में भोजन की गुणवत्ता हेतु गुणवत्ता चेकिंग अभियान नियमित चलाया जाए, होटलों और ढाबों में रेट लिस्ट लगाए जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि यात्रा के दौरान साफ-सफाई का विशेष ध्यान दिया जाए। सफाई का कार्य 24 घंटे संचालित रहे। यह सुनिश्चित किया जाय कि मेला क्षेत्र में किसी तरह का अतिक्रमण न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय लोगों को आवाजाही में किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े, सड़कों पर यातायात प्रभावित न हो, यातायात प्रबंधन के लिए बेहतर रूट प्लान बनाया जाए। उन्होंने हरिद्वार क्षेत्र में पर्याप्त पार्किंग की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।