गाजियाबाद एनकाउंटर: बदमाश रेहान के परिवार से खौफजदा थे लोग

रेहान का परिवार इलाके में दहशत फैलाने के लिए लोगों से मारपीट करते थे और उसका वीडियो शेयर करते थे। परिजनों ने मौत के बाद पुलिस पर बेटे को जानबूझकर मारने का आरोप लगाया है।

गाजियाबाद के लोनी की डाबर तालाब कॉलोनी में मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से मरने वाले बदमाश रेहान के परिवार से आसपास के लोग खौफ खाते थे। मोहल्ले के लोगों का कहना है कि बदमाश का परिवार आसपास के कुछ दुकानदारों से खरीदारी के बाद पैसे भी नहीं देता था। यहां तक कि आस-पास के लोगों से पैसे तक छीन लेते थे। रेहान का परिवार लोगों को खुलेआम डंडों से पिटते थे और पीटने का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालते थे।

गोली लगने से रेहान की मौत की खबर सुनकर आसपास के लोगों में चर्चा होने लगी। कुछ लोगों ने नाम ना बताने की शर्त पर बताया कि इनके परिवार से आसपास इलाके में रहने वाले लोग परेशान थे। जिस दुकान से सामान लेते थे, उसे पैसे भी नहीं देते थे। आसपास के लोगों की जेबों से पैसे भी निकाल लेते थे। इन लोगों का इतना खौफ था कि कोई विरोध भी नहीं करता था। जो लोग विरोध करते थे, उनके साथ पूरा परिवार मारपीट करता था।

रेहान ने 11 सितंबर 2022 को एक व्यक्ति के साथ मारपीट की वीडियो अपने इंस्टाग्राम पर भी डाली थी। वीडियो मे रेहान की दादी और परिवार के अन्य सदस्य एक युवक को अपने घर के सामने डंडे से पीट रहे हैं। आसपास के लोग खड़े होकर देख रहे हैं। लोगों का कहना है कि परिवार ऐसा लोगों में अपना खौफ बनाने के लिए करते थे, कोई विरोध करने की हिम्मत भी नहीं कर पाता था। उधर शनिवार को डाबर तालाव कॉलोनी में सुरक्षा को लेकर पीएसी बल को तैनात किया गया है।

दिनभर पुलिस फोर्स इलाके में तैनात रही। एसीपी अंकुर विहार भास्कर वर्मा ने बताया कि घटना में वांछित मन्नू की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी गई। लेकिन आरोपी हाथ नहीं आया है। पुलिस टीम ने मन्नू के कई ठिकानों पर छापा मारा है। मन्नू का फोन बंद आ रहा है। इस मामले में उपनिरीक्षक राहुल शर्म ने लोनी थाने में मृतक रेहान और मन्नू उर्फ सुहैल के खिलाफ धारा 307, 3, 25 और 27 के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई है।

सिपाही विजय राठी की गोली लगने से दो पसलियां टूटी
कंधे में गोली लगने से घायल हुए सिपाही विजय राठी का कौशांबी यशोदा अस्पताल में इलाज चल रहा है। चिकित्सकों को विशेष टीम उनके स्वास्थ्य की देखरेख कर रही है। चिकित्सकों ने अभी दो दिनों तक सिपाही को आईसीयू में रखने की बात कही है। दूसरी ओर सिपाही से मिलने के लिए शनिवार को पूरे दिन पुलिस कर्मी आते रहे। अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि सिपाही विजय राठी की कंधे में गोली लगकर सीने से होते हुए पसलियों के बीच में फंस गई थी। चिकित्सकों की टीम ने गोली निकाल लिया है। दो पसलियां टूट गई हैं। आईसीयू में उपचार हो रहा है। प्रबंधन टीम ने बताया कि उनका ब्लड प्रेशर ठीक है, यूरीन भी ठीक हो रहा है। अभी दो दिन या उससे अधिक समय तक आईसीयू में रखना पड़ सकता है। हालत स्थिर है। विजय राठी के परिजन भी अस्पताल में पहुंचे हैं।

परिजनों ने लगाया पुलिस पर आरोप
गोली लगने से घायल हुए रेहान को दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उपचार के दौरान रेहान की मौत हो गई थी। रेहान की मौत की खबर सुनकर उसके परिजन अस्पताल पहुंचे। रेहान के परिजनों का अस्पताल में पहुंचने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वीडियो में परिजन पुलिस पर आरोप लगाया है कि लोनी की पुलिस ने रेहान को मारा है।

शनिवार को पोस्टमार्टम नहीं हो सका
रेहान के शव का पोस्टमार्टम दिल्ली जीटीबी अस्पताल के डॉक्टरों को करना है। डॉक्टरों को पोस्टमार्टम की फाइल कई स्थानों पर पहुंचानी होती है, इसलिए दिन के समय पोस्टमार्टम नहीं हो सका है। पोस्टमार्टम के बाद रेहान के शव को परिजनों द्वारा लोनी लाया जाएगा।

मन्नू पर 16 मुकदमे हैं दर्ज
मन्नू और रेहान के परिवार की पहली पीढ़ी भी अपराध की दुनिया से वाकिफ रहे हैं। मन्नू और रेहान ने अपराध को विरासत में ले लिया और जुर्म की दुनिया में आ गए। दोनों चाचा भतीजे हैं। मन्नू पर 16 तो रेहान पर चार मुकदमे दर्ज हैं। इतिहास खंगालने पर पुलिस को यह जानकारी हाथ लगी।

मन्नू का जेल में हुआ था जन्म
पुलिस को मन्नू उर्फ सुहैल के घर के आसपास के लोगों से जानकारी मिली कि मन्नू का जन्म जेल में हुआ था। आपराधिक इतिहास के अनुसार उसका जन्म चार जनवरी 2002 में हुआ था। मन्नू की मां शबनम पर पांच मुकदमे दर्ज हैं। हालांकि पुलिस को अभी जानकारी नहीं मिली है कि शबनम मन्नू के जन्म के दौरान कब और कौन-सी जेल में थी। पुलिस जानकारी जुटा रही है।

मन्नू की मां का खंगाला जा रहा आपराधिक इतिहास
हाल में भी शबनम जेल में बंद हैं। डीसीपी ग्रामीण विवेक चंद यादव ने बताया कि आसपास के लोगों ने मन्नू के जेल में पैदा होने की बात बताई है। शबनम के आपराधिक इतिहास को खंगाला जा रहा है। हाल में पांच मुकदमे दर्ज होने की जानकारी मिली है।

हिस्ट्रीशीटर थे पिता, मुठभेड़ में मारा गया था भाई
मन्नू के पिता इरशाद पर तीन मुकदमे दर्ज थे वे हिस्ट्रीशीटर थे। उनकी मौत हो चुकी है। इरशाद के पांच बेटे और दो बेटियां हैं। पांचों बेटों का भी जुर्म की दुनिया से वास्ता है। पहले बेटे इमरान पर सात मुकदमे हैं वह हिस्ट्रीशीटर भी है। रेहान इमरान का ही बेटा था जो शुक्रवार को मुठभेड़ में मारा गया। दूसरा बेटा फिरोज दिल्ली पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। तीसरा बेटा अफरार पर तीन मुकदमे दर्ज हैं। चौथा मन्नू है जिस पर 16 मुकदमे हैं। पांचवां बेटा शेरू है इस पर चार मुकदमे हैं। दो बहन आसमा और गुलबहार है। आसमा का बेटा शान है जिस पर दो मुकदमे हैं।

दिल्ली पुलिस पर फायरिंग करके बहन के घर भाग गए थे रेहान और मन्नू
याचा मन्नू को दिल्ली पुलिस से छुड़वाने के लिए रेहान ने अंकुर विहार थाना क्षेत्र में फायरिंग की। इसकी सूचना पर अंकुर विहार और लोनी थाने की पुलिस पहुंची। ऐसे में पुलिस से बचने के लिए मन्नू रेहान को लेकर अपने बहन के घर लोनी क्षेत्र में पहुंच गया। मौके पर पहुंची पुलिस पर दोनों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने रेहान को तो दबोच लिया लेकिन मन्नू मौके से भाग गया। मामले में पुलिस ने लोनी थाने में मुकदमा दर्ज किया है।

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