आगरा में 1 मार्च 2024 को पुलिस दबिश के दौरान अधिवक्ता की आठवीं मंजिल से गिरकर मौत हो गई थी। अधिवक्ता आठवीं मंजिल से कैसे गिरे इस बारे में अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है।
आगरा एडवोकेट्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष सुनील शर्मा की उनके आवास मंगलम आधार अपार्टमेंट में गिरकर मौत होने की जांच सीबीसीआईडी लखनऊ ने शुरू कर दी है। टीम सोमवार की शाम को अधिवक्ता के घर पहुंची। उनकी पत्नी सुनीता शर्मा ने टीम से कहा कि पति को पुलिसकर्मियों ने ऊपर से फेंका था। उन्हें इंसाफ चाहिए। इंसाफ नहीं मिला तो आत्मदाह कर लूंगी।
लखनऊ से आई सीबीसीआईडी टीम के सदस्यों ने पत्नी सुनीता शर्मा से मिलकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने फ्लैट नंबर 801 और 802 के बीच की दूरी का निरीक्षण किया। सुनील शर्मा का वजन पूछा तो पत्नी ने बताया कि उनका वजन 90 किलो था। पुलिस का कहना था कि सुनील शर्मा खिड़की के पीछे छिपे थे। पुलिस को देखकर घबराहट में दूसरे फ्लैट में जाने की कोशिश के दौरान नीचे गिर पड़े।
वहीं अधिवक्ता की पत्नी ने बताया कि इतनी दूरी पर कोई छलांग लगाकर दूसरे फ्लैट में कैसे जा सकता है। थाना न्यू आगरा के पुलिसकर्मियों ने उनके फ्लैट का दरवाजा तोड़ा था। इसके बाद पति को मेरी आंखों के सामने नीचे फेंका था। आरोपी मनोज दीक्षित, एसआई राजीव कुमार और पुलिस वालों को नहीं पकड़ा गया तो वह आत्मदाह कर लेंगी। टीम ने करीब दो घंटे तक घटनास्थल का निरीक्षण किया। सुनीता शर्मा के बयान दर्ज किए।
यह था मामला
वरिष्ठ अधिवक्ता सुनील शर्मा की एक मार्च 2024 को थाना न्यू आगरा पुलिस की मंगलम आधार में दबिश के दौरान मौत हो गई थी। अधिवक्ता सुनील शर्मा के विरुद्ध अपहरण सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज था। इसी मामले में पुलिस ने दबिश दी थी। वकीलों के आंदोलन के बाद थाना न्यू आगरा के तत्कालीन प्रभारी राजीव कुमार सहित अन्य पुलिसकर्मियों और जमीन विवाद का केस दर्ज कराने वाले मनोज दीक्षित आदि के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया था। बाद में इसकी विवेचना सीबीआईसीआईडी को स्थानांतरित कर दी गई थी।