पुतिन के दौरे के बाद उत्तर कोरिया के हौसले बुलंद, सैनिकों ने उठाया ये कदम

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इसी सप्ताह उत्तर कोरिया का दौरा किया। 24 साल में पुतिन पहली बार उत्तर कोरिया पहुंचे। पुतिन के दौरे के बाद से उत्तर कोरिया के हौसले बुलंद हैं। अब किम जोंग उन के सैनिकों ने दक्षिण कोरिया की सीमा को पार करने की कोशिश की। जवाब में दक्षिण कोरिया को चेतावनी फायरिंग करनी पड़ी। यह घटना पुतिन के दौरे के बाद की है।

उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच तनाव बढ़ता दिख रहा है। एक महीने में तीसरी बार उत्तर कोरिया के सैनिकों ने दक्षिण कोरिया की सीमा में घुसने की कोशिश की। हालांकि दक्षिण कोरिया के सैनिकों ने चेतावनी फायरिंग कर उन्हें वापस होने पर मजबूर कर दिया। सियोल के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ (जेसीएस) ने यह जानकारी दी।

फायरिंग के बाद पीछे हटना पड़ा

ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने बताया कि घटना गुरुवार सुबह 11 बजे की है। कई उत्तर कोरियाई सैनिकों ने सीमा पार की। इसके बाद दक्षिण कोरिया के सैनिकों ने चेतावनी के तौर पर फायरिंग की। फायरिंग के बाद उत्तर कोरियाई सैनिकों को पीछे हटना पड़ा।

सियोल के जेसीएस के मुताबिक उत्तर कोरियाई सैनिकों ने गुरुवार को करीब 11 बजे असैन्यीकृत क्षेत्र के बीच से गुजरने वाली सैन्य सीमांकन रेखा का उल्लंघन किया था। इस महीने में यह तीसरी घटना है। दक्षिण कोरिया की सेना ने मंगलवार को भी दर्जनों उत्तर कोरियाई सैनिकों द्वारा सीमा रेखा का उल्लंघन करने पर चेतावनी के तौर पर फायरिंग की।

दोनों सेनाओं में होती रहीं है हिंसक झड़पें

1950-1953 में कोरियाई युद्ध के बाद से दोनों देशों के बीच लड़ाई नहीं हुई, लेकिन कभी-कभी घातक झड़पें होती रही हैं। मगर इस बीच उत्तर कोरिया सैनिकों द्वारा सीमा रेखा का उल्लंघन के मामलों में वृद्धि देखने को मिल रही है। इसी सप्ताह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 24 साल में पहली बार उत्तर कोरिया का दौरा किया। यह घटना पुतिन के दौरे के बाद हुई।

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