उत्तराखंड: एम्स का दीक्षांत समारोह आज…राष्ट्रपति मुर्मू टॉपरों को देंगी मेडल

एम्स का दीक्षांत समारोह आज, राष्ट्रपति मुर्मू आज एम्स के दीक्षांत समारोह में टॉपर छात्र-छात्राओं को मेडल देंगी। वहीं शाम को वह परमार्थ गंगा आरती में शामिल होंगी।

एम्स का चौथा दीक्षांत समारोह आज होगा। समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों टाॅपर छात्र-छात्रों को मेडल दिए जाएंगे। दीक्षांत के बाद राष्ट्रपति परमार्थ निकेतन की गंगा आरती में भी शामिल होंगी। राष्ट्रपति के दौरे को लेकर देहरादून, पौड़ी और टिहरी जिला प्रशासन अलर्ट है।

मंगलवार को एम्स के चौथे दीक्षांत में मुख्य अतिथि के तौर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, विशिष्ट अतिथि राज्यपाल ले. जनरल (सेनि.) गुरमीत सिंह और नीति आयोग भारत सरकार के सदस्य डाॅ. विनोद के पाल मौजूद रहेंगे। राष्ट्रपति मुर्मू टॉपर छात्र-छात्राओं को पदक वितरित करेंगी।

दीक्षांत समारोह में 14 स्वर्ण पदक सहित कुल 16 पदक दिए जाएंगे। कुल 598 छात्र-छात्राओं को उपाधि वितरित की जाएगी। सोमवार को एम्स ऑडिटोरियम में निदेशक प्रो. मीनू सिंह सहित अन्य अधिकारियों के साथ व्यवस्थाओं की समीक्षा की।

राष्ट्रपति के कार्यक्रम के लिए यातायात प्लान जारी
आज राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू एम्स के दीक्षांत समारोह में शामिल होने के बाद स्वर्गाश्रम स्थित परमार्थ निकेतन की गंगा आरती में प्रतिभाग करेंगी। राष्ट्रपति के कार्यक्रम को देखते हुए सोमवार को एसएसपी पौड़ी के निर्देश पर थाना लक्ष्मणझूला पुलिस ने परमार्थ गंगा घाट का निरीक्षण किया। साथ ही राष्ट्रपति के कार्यक्रम के दौरान यातायात व्यवस्था के सुचारू संचालन, राष्ट्रपति के आवागमन में सुगमता और आमजन की सुविधा के लिए यातायात प्लान जारी किया है। एसएसपी पौड़ी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि मंगलवार को आम जनता के लिए परमार्थ गंगा घाट प्रतिबंधित रहेगा। शाम 4 बजे से रात्रि 8 बजे तक गरुडचट्टी से पशुलोक बैराज मार्ग जीरो जोन रहेगा। वहीं जानकी झूला और रामझूला झूला पुल के बीच परमार्थ निकेतन आरती स्थल तक आने वाला मार्ग आम नागरिकों के लिए प्रतिबंधित रहेगा। आम नागरिक मुनि की रेती स्थित शत्रुघन घाट, ओमकारानंद घाट सहित अन्य गंगा आरती स्थल में शामिल हो सकेंगें। बानप्रस्थ, परमार्थ निकेतन, गीता भवन आदि आश्रमों में ठहरने वाले व्यक्ति वानप्रस्थ व गीता भवन के घाटों पर गंगा आरती में सम्मिलित होगें। जीरो जोन में स्कूली बच्चे, स्वास्थ्य पीड़ित व स्थानीय व्यक्तियों को जानकी पुल में पैदल आने-जाने की छूट रहेगी।

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